एक बार की बात है, एक लड़की जिसका नाम सारा था । वह एक घने जंगल के बाहर के एक छोटे से गांव में रहती थी। उसके घर में वह और उसकी मा रहती थी,वो बीमार थी जिस कारण,सारा को ही काम करना पढ़ रहा था,वह जिज्ञासु और साहसी थी।एक दिन वह लकड़िया काटके जंगल से लौट रही थी की वह रास्ता भटक गई और बहुत देर तक रास्ता खोजने पर भी उसे रास्ता नहीं मिला और वह थकी हुई, एक पेड़ के पास रखे हुए लोहे की संदूक के पास बैठ गई और एक गहरी सांस ली। अचानक, उसने अपने नाम को बुलाती हुई एक हल्की सी आवाज सुनी। उसने इधर उधर देखा लेकिन उसे कुछ नहीं देखा।

एक परी उसके सामने था, जो एक सफेद कपड़े पहने हुए थी और उसके पीछे सोने के पंख लगे हुए थे । सारा आश्चर्यचकित हो गई और नहीं जानती थी कि क्या करना है। परी ने उससे कहा की इस सन्दूक में खजाना है तुम वो ले लो,सारा ने कहा वो मेरा संदूक नहीं है मैं कैसे ले लूँ ,जिसका है वो आके ले जाएगा| ये सुनकर परी ने कहा मुझे तुमसे मदद चाहिए और कहा की यदि तुम मेरी मदद करोगी तो तुम्हारी माँ के इलाज के लिए मैं तुम्हें पैसा दूँगी ।

सारा हैरान थी और उसने परी से पूछा कि वह उसकी कैसे मदद कर सकती है|तो परी ने कहा की ये सन्दूक मेरा है और तुम इस सन्दूक को खोलने मेरी मदद करो|सारा ने कहा ये सन्दूक यदि आपका है तो चाबी भी आपके पास ही होगी ,आप खुद ही क्यूँ नहीं खोल लेती |परी ने कहा की ये सन्दूक मेरे पूर्वजों का है जिसे सब लूटना चाहते हैं ,लेकिन ये उसी को मिलेगा जो इसका हकदार है और वही खोल सकेगा जिसे इस खजाने के लालच नहीं है|सारा ने कहा ठीक है मैं आपकी मदद करूंगी| परी ने कहा , “_तुम्हें संदूक को खोलने के लिए तीन जादुई चाबियाँ ढूंढनी होगी। चाबियों की खोज करने के लिए तुम्हें यहां से निकलना होगा।

तुम्हारी पहली चाबी जल के नीचे छुपी है।”
सारा परी का धन्यवाद देकर चाबियों की तलाश में निकल पड़ी। सारा को नदी में जाकर चाबी ढूंढनी थी लेकिन उसे तैरना नहीं आता था,वह सोच ही रही थी की नदी में से चाबी कैसे लाई जाए,तभी उसका पैर फिसल गया और वह नदी में जा गिरी,वहाँ उसे कुछ चमक देखाई पड़ी,उसे ध्यान से देखा तो वह सोने की चाबी थी उसने जैसे ही चाबी को उठाया,वह नदी में अपने आप तैरने लागि और ऊपर या गई,वह आश्चर्यचकित थी|

अब उसे दूसरी चाबी ढूंढनी थी, जो एक विशाल सांप द्वारा रक्षित की जाती थी। सारा घबराई हुई थी, लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसने सांप को ढूंढा और अपनी बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल किया सांप तो बिल में रहते हैं तो उसने बिल ढूंढना शुरू किया,कुछ समय बाद वह एक बड़ी गुफा के पास आई जो की बिल्कुल बिल की तरह देख रहा था,सारा समाज नहीं पा रही थी की इतना बाद बिल किसका है ,तब हुंकारने की आवाज सुन सारा डर दाई और उसकी आँकें फटी की फटी रह गई,उसने देखा उस बिल के बाहर एक बहुत बाद सांप बिल्कुल अजगर जैसा । तब उसे समाज आया की यही वो सांप है जो दूसरी चाबी की रक्षा कर रहा है|उसने अपने हाथ जोड़े और कहा हे नाग देवता कृपया मुझे बिल के अंडेर जाने डॉइन मुझे संदूक की दूसरी चाबी चाहिए है|

नाग देवता ने कहा की तुम्हें एक सवाल का जवाब देना होगा तभी तुम अंदर जा सकती हो|
सवाल है इंसान सबसे ताकतवर कैसे बन सकता है? बहुत सोचने के बाद सारा को अपनी मा की बात याद आई की दुनिया में सबसे ताकतवर इंसान वही है जिसके पास किसी भी काम को करने का द्रढ़निश्चय है ,वह कठिन से कठिन काम भी बड़ी ही सरलता से पूरा कर सकता है |सारा ने जवाब दिया इंसान का द्रढ़निश्चय ही उसे हर काम को करने में सहायता करता है|जैसे ही सारा ने जवाब दिया नागदेवता गायब हो गए और बिल का द्वार खुल गया,सारा ने अंदर जाकर दूसरी चाबी उठा की,

तीसरी चाबी पाने के लिए सारा को पहाड़ चड़कर जाना था ,वह पहाड़ छड़ने लगी लेकिन बार बार गिर जाती थी ,लेकिन फिर पूरी हिम्मत लगाकर फिर छड़ने की कोशिश करती|100 बार कोशिश करने के बाद सारा पहाड़ की सबसे उची चोटी पे पहुचने ही वाली थी की वह फिर से गिय गई,इस बार इतने जोर से गिरी की नीचे एक पत्थर का झुंड था उसके पास जाकर गिर गई ,और वह दर्द से कराहने लगी ,तभी उसे कुछ तेज प्रकाश नजर आया,तो उसने देखा की पत्थर के झुंड में एक चाबी छिपी हुई थी,जैसे ही उसने चाबी को उठाया,उसके शरीर का दर्द दूर हो गया|तब उसे समझ आया की की उसने बार बार पहाड़ से गिरने पर भी हार नहीं मानी इसलिए उसे ये चाबी मिली है|

तीनो चाबियाँ लेकर वह सन्दूक के पास पहुची तो उसने देखा वहाँ परी नहीं हैं ,बहुत पुकारने पर भी उसे कोई देखाई नई दिया,वह बैठकर रोने लगी ,तब उसे जोर से कुछ आवाज और प्रकाश नजर आया जिसमें से आवाज आई की सारा सन्दूक का खजाना तुम्हारा है क्यूंकी तुम इसकी हकदार हो |और वह प्रकाश दूर हो गया ,सन्दूक को लेकर वह आपने गाँव गई और अपनी मा को सब बताया,उसकी मा बहुत खुश हुई,मा का इलाज हो गया और वो स्वस्थ हो गई,दोनों मा बेटी प्रेम से अपनाजीवन जीने लगे और जब भी किसी को गाँव में धन की जरूरत पड़ती तो सारा उनकी हमेशा मदद करती थी|
